1- प्राकृत लिपि (Natural script): आरंभिक अभिलेख प्राकृत भाषा में है। 2- ब्राह्मी लिपि (Brahmi script): अशोक के शिलालेख ब्राह्मी लिपि में हैं। यह लिपि
कुरुक्षेत्र (Kurukshetra) को महाभारत का युद्ध स्थल (Battle place of Mahabharata) माना जाता है। लेकिन इतिहासकारों (Historians) का दावा है कि इसका वास्तविक केन्द्र कैथल
क्रमांक प्रमुख व्यक्तित्व गुरु 1- चन्द्रगुप्त मौर्य Chandragupta Maurya चाणक्य/कौटिल्य Chanakya / Kautilya 2- सिकन्दर महान Alexander the Great अरस्तू Aristotle 3- अरस्तू Aristotle प्लूटो

स्वास्तिक (Swastik) प्राचीन काल से भारतीय संस्कृति में मंगल प्रतीक (Mars symbol) माना जाता रहा है। इसलिए किसी भी शुभ कार्य (Auspicious work) को करने
इंडिया (India) शब्द इण्डस से निकला है। जिसे संस्कृत में सिंधु कहा जाता है। भारतवर्ष नाम (Nomenclature of india) सर्वप्रथम पाणिनी की अष्टाध्यायी (Ashtadhyayi of
बालकांड (Balkand): राम का बचपन अयोध्याकांड (Ayodhya Kand): राम का राज्याभिषेक अरण्यकांड (Aranyakand): पंचवटी में निवास व शूर्पणखा (रावण की बहन) से भेंट किष्किंधाकांड (Kishkindha
वर्तमान में ग्रेगोरियन कैलेण्डर (Gregorian calendar) एक अंतर्राष्ट्रीय कैलेण्डर (International calendar) है। इसे समूचे विश्व के देशों में मान्यता दी गयी है, और विश्व के
आइए जानते हैं ब्राह्मणेत्तर साहित्य (Non-Brahmin literature) के बारे में- 1- बौद्ध ग्रंथ महात्मा बुद्ध (Mahatma Buddha) के परिनिर्वाण के पश्चात उनके उपदेशों को 3
कलिसंवत (Kalisvant) (3102 B.C.): महाभारत युद्ध व राजा परीक्षित के जन्म के समय से आरंभ सप्तर्षि संवत (Saptarshi Samvat) (3076 B.C.): इसे लौकिक संवत भी
अंग्रेजी में B.C. (ई.पू.) का तात्पर्य ‘बिफोर क्राइस्ट’ (ईसा पूर्व) ‘Before Christ’ (BC) से है। ईसा मसीह के जन्म से पूर्व (Before the birth of