जब राजा अपने राज्य की सीमा का अत्यधिक विस्तार कर लेता है तो उनके राज्य को साम्राज्य (Emperor) कहा जाता है। चन्द्रगुप्त मौर्य (Chandragupta Maurya)
वैदिक काल में एक ही वंश के सभी लोगों को जन (समूह) कहते थे। Read More: वारंगल के काकतीय वंश
वारंगल के काकतीय वंश (Kakatiya dynasty of Warangal): काकतीय लोग (Kakatiya people) अपने को चोल करिकाल का वंशज (Descendant of Karikal) मानते थे। इस वंश
हंटर शिक्षा आयोग (Hunter Education Commission)– 1854 ई. – 1882 ई. के मध्य भारत में शिक्षा की प्रगति सरहनीय रही। लार्ड रिपन (Lord Ripon) ने
थियोसोफिकल सोसाइटी (Theosophical society) की स्थापना 7 सितंबर, 1875 ई. में मैडम ब्लावात्सकी (रूसी महिला) Madame Blavatsky (Russian woman) एवं कर्नल हेनरी स्टील आलकाट (अमेरिकी
सुरेन्द्र नाथ बनर्जी (Surendra Nath Banerjee) प्रसिद्ध नरमपंथी नेता थे। 1817 ई. में ये भारतीय सिविल सेवा (Indian Civil Service) में चुने जाने वाले पहले
सर सैय्यद अहमद खां (Sir Syed Ahmed Khan) का जन्म 1817 ई. को दिल्ली में हुआ था। सैय्यद अहमद खां (Syed Ahmed Khan) ने पीरीमुरीदी
महादेव गोविंद रानाडे (Mahadev Govind Ranade) का जन्म 18 फरवरी, 1842 ई. को महाराष्ट्र प्रांत के एक गांव में एक ब्राह्मण परिवार में हुआ था।
भारत में 19वीं शताब्दी में एक ऐसी नवीन चेतना का उदय (Rise of new consciousness) हुआ जिसने देश के सामाजिक, धार्मिक, आर्थिक एवं राजनीतिक जीवन
राधाकृष्णन आयोग 1948-49 (Radhakrishnan Commission) स्वतन्त्रता प्राप्ति के तत्काल पश्चात भारत सरकार (Indian government) द्वारा शिक्षा पर आयोग गठित (Commission on Education constituted) किया गया।